जेसीडी विद्यापीठ में मनाई जाएगी प्रेम व सौहार्द की प्रतीक तिलक होली
जेसीडी विद्यापीठ की परंपरा रही है कि यहां प्रेम, सौहार्द एवं आत्मीयता के साथ सम्पूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाता है, इसी प्रथा को निभाते हुए मंगलवार को होली के पावन पर्व की पूर्व संध्या पर पानी बचाओ अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए ‘तिलक होली समारोह’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए तथा विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम में उत्साहित होकर तथा पूर्ण जोश के साथ हिस्सा लेने की अपील करते हुए जेसीडी विद्यापीठ की प्रबन्ध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखने तथा हमारे तीज-त्यौहारों को एक परिवार की भांति आपस में मिलकर मनाने का जो आनंद होता है उसी प्रथा को निभाते हुए जेसीडी विद्यापीठ भी अपने परिवार यानि सभी शिक्षक, गैर-शिक्षक एवं विद्यार्थियों के साथ इस वर्ष विशेष तौर से पानी बचाने की मुहिम में जुड़कर तथा केमिकलयुक्त रंगों का तिरस्कार करते हुए प्रेमपूर्ण आपसी भाईचारे एवं सौहार्द को कायम करने के लिए गुलाल एवं फूलों की तिलक होली मनाने जा रहा है, जिसमें सभी विद्यार्थी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तथा आपसी एकजुटता को एवं प्रेमभाव को प्रकट करने के साथ-साथ कृष्ण भक्ति एवं इस त्यौहार की गरिमा को आनंदमयी भजनों एवं गीतों के साथ झूमकर प्रकट करते नजर आएंगे। उन्होंने सभी को इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आग्रह किया है।
डॉ.शर्मा ने कहा कि जल तथा पर्यावरण को बचाने के लिए हम जल बचाओ मुहिम के प्रति विद्यार्थियों को जागृत करने के लिए तिलक होली का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिकाधिक जल बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि तिलक होली खेलकर जहां हम काफी मात्रा में पानी की बचत कर सकते हैं, वहीं अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि जल हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण इकाई है, जिसको बचाना अति आवश्यक है। यह काफी चिंता का विषय है कि जलस्तर निरंतर गिरता जा रहा है, इसलिए हमें जल संरक्षण हेतु हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
इस आयोजन को लेकर जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक, गैर-शिक्षक वहीं विद्यार्थीगणों में भी खूब उत्साह एवं उमंग देखने को मिल रही है।