जेसीडी विद्यापीठ कैम्पस में विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क ई-रिक्शा का शुभारंभ
विद्यापीठ कैम्पस के अन्दर ‘मयूरी’ में बैठकर विद्यार्थी, अभिभावक एवं अन्य करेंगे सफर
जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंधक समिति द्वारा विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं संस्थान में आने वाले मरीजों एवं अन्य की सुविधा को मध्यनजर रखते हुए कैम्पस में दो ई-रिकशा का वीरवार को प्रबन्ध निदेशक डॉ.शमीम शर्मा द्वारा स्वयं छात्राओं को बैठाकर इसे चलाकर शुभारंभ किया गया।
ई-रिकशा का शुभारंभ करते हुए डॉ.शमीम शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमारे यहां पढऩे वाली छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने के साथ-साथ संस्थान में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का ध्यान रखना है इसीलिए प्रबंधन समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कैम्पस में मुख्य द्वार से किसी भी कॉलेज या अस्पताल तथा डेन्टल कॉलेज इत्यादि में आने-जाने के लिए विद्यार्थियों, अभिभावकों, मरीजों व अन्य के लिए नि:शुल्क ई-रिकशा चलाई गई है ताकि उन्हें इतने बड़े संस्थान में पैदल चलने में कोई परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि ई-रिकशा से जहां अनेक विद्यार्थी जो गांव इत्यादि से चलकर मुख्य द्वार तक पहुंचते हैं उन्हें अपने-अपने कॉलेज में पहुंचने में सुविधा तो होगी ही वहीं इसके साथ-साथ पर्यावरण भी दूषित होने से बचेगा। उन्होंने कहा कि हम निकट भविष्य में अनेक अन्य सुविधाएं जो विद्यार्थियों के लिए आवश्यक हैं उन्हें मुहैया करवाने के लिए प्रयासरत्त हैं तथा विद्यार्थियों के लिए ही कार्य कर रहे हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि जहां प्रबंधन समिति इतना कुछ कर रही है वहीं विद्यार्थियों तथा अन्य की भी जिम्मेवारी बनती है कि वे इन सुविधाओं का उचित प्रयोग करने के साथ-साथ इनकी देखभाल सम्बन्धी ध्यान रखें। वहीं उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे संस्थान को साफ-सुथरा, हरा-भरा रखने एवं अनुशासन में रहने का काम भी करें ताकि आपका यह जेसीडी विद्यापीठ केवल हरियाणा ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर पर एक बेहतर संस्थानों की श्रेणी में अग्रणी रह सके। उन्होंने कहा कि आप अपने शिक्षण, खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों में बेहतरीनता का प्रदर्शन करें ताकि आपका नाम तो रोशन हो ही साथ ही संस्थान की भी एक अलग पहचान कायम हो सके।
इस अवसर पर विभिन्न प्राचार्यगण सहित सुधांशु गुप्ता, एस.एल. सैनी, सूबेदार रामकिशन, महेन्द्र प्रताप सिंह, प्रमोद गोयल, त्रिभुवन शर्मा, संजय वर्मा, दीपक बिश्रोई, हरीश स्वामी, राजेन्द्र कुमार, रणजीत सिंह, जगपाल सिंह, चुन्नीलाल, मोतीराम के अलावा अनेक छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं अन्य राहगीर मौजूद रहे तथा संस्थान के इस कार्य की सराहना की।