भारत के संविधान की रक्षा करना हमारी जिम्मेवारी : अजय सिंह तंवर
विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से मोहा सभी का मन, कोरियोग्राफी व देशभक्ति गीतों ने किया सभी को देशभक्ति से ओतप्रोत, जेसीडी इंस्टीच्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
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Celebration of 68th. Republic Day – 26/01/2017See images »
सिरसा 25 जनवरी, 2017 : जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित बिजनेस मैनेजमेंट संस्थान द्वारा 68वें गणतन्त्र दिवस की पूर्व संध्या के उपलक्ष्य में कॉलेज द्वारा विद्यापीठ स्तर पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सिरसा के अतिरिक्त उपायुक्त श्री अजय सिंह तौमर जी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यातिथि जी के साथ जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन समन्वयक इंजी. आकाश चावला, शैक्षणिक निदेशक डॉ. आर.आर. मलिक, रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता के अलावा जेसीडी के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश, डॉ. विनय लाठर, डॉ. हिमांशु मोंगा, इंजी. आर.एस. बराड़, डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही, जेसीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के डिप्टी रजिस्ट्रार रमेश मैहता, जेसीडी विद्यापीठ के टीपीओ मनीष चंद्रा तथा अन्य अधिकारियों सहित समस्त कॉलेजों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी आईबीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोशन लाल द्वारा की गई। मुख्यातिथि महोदय एवं अन्य द्वारा इस कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
सर्वप्रथम जेसीडी आईबीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोशन लाल ने मुख्यातिथि महोदय एवं अन्य प्राचार्यगण व अतिथियों का यहां पधारने पर हार्दिक स्वागत किया तथा सभी को गणतन्त्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए देशहित के लिए कार्य करने की आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारा देश के प्रति जो कर्तव्य बनता है हमें उसका निर्वहन पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से निभाना चाहिए।
इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में श्री अजय सिंह तौमर ने विद्यार्थियों से कहा कि यह आपका सौभाग्य है कि आप एक ऐसे संस्थान में शिक्षा हासिल कर रहे है, जो चौ. देवीलाल के नाम से है। चौ. देवीलाल जी का सपना था कि वे सिरसा जैसे शिक्षा में पिछड़े इलाके में शिक्षा की अलख जगा सकें तथा इसीलिए उन्होंने सिरसा में जेसीडी विद्यापीठ की स्थापना करवाई ताकि यहां के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान कायम कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका कर्म और धर्म बेहतर से बेहतर शिक्षा हासिल करना है, इसलिए आप इसमें लग जाएं और कड़ी मेहनत एवं ईमानदारी के साथ इसे पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि किसी भी काम में अगर कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी, कर्मठता, लगन, सेवाभाव, सौहार्द इत्यादि गुणों को ध्यान में रखते हुए किया जाए तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए भारतीय संविधान की रक्षा करने का भी आह्वान किया। श्री तौमर ने विद्यार्थियों को याद दिलाया कि यह आजादी हमें ऐसे ही प्राप्त नहीं हुई बल्कि इसके लिए गांधी, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के अलावा सैंकड़ों क्रांतिकारियों ने अपने लहू से हमें यह आजादी एवं अधिकार दिलवाएं हैं, जिनका हमें उपयोग करते हुए अपने देश का नाम रोशन करना चाहिए तथा अपने अधिकारों के दिवस गणतंत्र दिवस को केवल एक दिन के रूप में नहीं बल्कि पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ सच्ची लग्र से रोजाना मनाया जाना चाहिए ताकि हम अपने उन बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें। उन्होंने कहा कि युवा ही देश के कर्णाधार है, वो ही देश को आगे लेकर जा सकते हैं, इसलिए वे अपनी जिम्मेवारियों को समझें।
इस अवसर पर मुख्यातिथि महोदय का अभिवादन करते हुए तथा समस्त उपस्थितजनों को गणतंत्र दिवस की बधाई प्रेषित करते हुए इंजी. आकाश चावला एवं डॉ. आर.आर. मलिक ने अपने संबोधन में युवाओं को अतिरिक्त महोदय से परिचित करवाते हुए उनसे प्रेरणा हासिल करने का आहृवान किया क्योंकि उन्होंने छोटी-सी उम्र में ही एक बेहतर मुकाम अपनी काबिलीयत के दम पर हासिल किया है। उन्होंने मुख्यातिथि महोदय के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान भी की। डॉ. मलिक ने कहा कि हमें हमारे क्रांतीकारी वीरों एवं शहीदों द्वारा दिए गए बलिदान को सदैव स्मरण रखना चाहिए क्योंकि हमें इस आजादी में जीने के लिए अनेक लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने अपनी दो लाइनों के माध्यम से सभी से आह्वान किया कि प्रत्येक व्यक्ति को गुड, वेटर व बेस्ट की तर्ज पर देश के लिए सदैव अच्छा करने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने जेसीडी विद्यापीठ के बारे में कहा कि यह हमारा एक परिवार है तथा परिवार के सभी लोगों की आपस में एक जिम्मेवारी बनती है, जिसे सभी को पुरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए ताकि परिवार को मजबूती प्राप्त हो सके। उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वास दिलाया कि निकट भविष्य में उन्हें ओर अधिक सुविधाएं मुहैया करवाकर उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन बनाने हेतु प्रयास किये जाएंगे ताकि उन्हें शीघ्र रोजगार भी उपलब्ध हो सके। उन्होंने मुख्यातिथि महोदय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि श्री तौमर ने अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर युवाओं को जागरूकर करने का काम किया है।
इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने कव्वाली तथा हरियाणवीं फॉक डांस की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध किया। जेसीडी मैनेजमेंट कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस मौके पर गु्रप डांस एवं फयूजन डांस की प्रस्तुति दी। वहीं जेसीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने स्वतंत्रता प्राप्ति सम्बन्धी अंग्रेजों के अत्याचार पर आधारित इतिहास पर आधारित कोरियोग्राफी ने खूब वाहवाही लूटी। जेसीडी मैमोरियल कॉलेज के लड़के एवं लड़कियों के ग्रुप द्वारा प्रस्तुत किए गए भंगड़े ने लोगों को अपने संग झूमने पर विवश किया। उधर जेसीडी बहुतकनीकी कॉलेज के विद्यार्थियों ने ‘देश रंगीलाÓ गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा राजनीति एवं सेना में हो रहे सैनिकों पर अत्याचार को माईम के माध्यम से प्रस्तुत करके सभी को रूंआसा करने का काम किया। जेसीडी डेन्टल कॉलेज के रजत ने अपनी मोनोएकिटंग के माध्यम से एक फौजी के दर्द को बयां करके सभी को विचार करने पर विवश किया। इस मौके पर कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीयगान के द्वारा समापन किया गया। अंत में मुख्यातिथि महोदय को प्रबंधन समिति द्वारा स्मृति चिह़्न प्रदान करके तथा विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान करके सम्मानित किया गया।